Pleas Contact us Whatsapp

Pleas Contact us Whatsapp

Click Here
Pleas Shere Your Freindes and Faimly

सीजेआई संजीव खन्ना ने पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ के फैसले पलटे, सुप्रीम कोर्ट में हुए महत्वपूर्ण बदलाव


सारांश:

  • संजीव खन्ना का सीजेआई बनने के बाद से सुप्रीम कोर्ट में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।
  • पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के फैसलों को पलटते हुए, खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली में नई व्यवस्था लागू की।
  • जानिए, इन बदलावों के पीछे का कारण और जनता, वकीलों, और राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं।

1. संजीव खन्ना का पदभार संभालने के बाद क्या बदलाव हुए?

  • संजीव खन्ना के सीजेआई बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।
  • सीजेआई खन्ना ने चंद्रचूड़ द्वारा बनाई गई व्यवस्था को पलटते हुए नई दिशा तय की।

2. चंद्रचूड़ के फैसलों का पलटना:

  • पहला बड़ा बदलाव: तत्काल सुनवाई की प्रक्रिया में बदलाव।
  • दूसरा बड़ा बदलाव: सुप्रीम कोर्ट के रोस्टर सिस्टम में बदलाव।
  • इन बदलावों का उद्देश्य अदालत की कार्यप्रणाली को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना है।

3. सुप्रीम कोर्ट के नए सर्कुलर की महत्वपूर्ण बातें:

  • सर्कुलर के अनुसार: अब से बुधवार और बृहस्पतिवार को नियमित मामलों की सुनवाई नहीं होगी।
  • केवल ट्रांसफर याचिकाओं, जमानत मामलों और अन्य विविध मामलों की सुनवाई होगी।
  • नया आदेश यह भी कहता है कि अब केस लिस्टिंग के लिए ईमेल या रिटर्न लेटर भेजने की प्रक्रिया अपनानी होगी।

4. तत्काल सुनवाई की प्रक्रिया में बदलाव:

  • पहले, वकील मौखिक रूप से तत्काल सुनवाई की मांग कर सकते थे।
  • अब वकील को ईमेल या पत्र भेजकर यह बताना होगा कि मामले की तात्कालिक सुनवाई क्यों जरूरी है।
  • यह बदलाव आम नागरिकों को भी तुरंत सुनवाई की प्रक्रिया में फायदा पहुंचाने के लिए है।

5. सुप्रीम कोर्ट के रोस्टर सिस्टम में बदलाव:

  • चंद्रचूड़ के समय: जनहित याचिकाओं का आवंटन हर पीठ को किया जाता था।
  • अब सीजेआई खन्ना के आदेश: जनहित याचिकाओं को फिर से एक विशेष प्रणाली के तहत आवंटित किया जाएगा।
  • इससे अदालत की कार्यप्रणाली में अधिक पारदर्शिता आएगी और जनहित के मामलों पर तेजी से निर्णय लिए जा सकेंगे।

6. उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया:

  • उद्धव ठाकरे ने सीजेआई संजीव खन्ना की सराहना की और चंद्रचूड़ की आलोचना की।
  • ठाकरे का कहना था कि चंद्रचूड़ ने न्याय देने के बजाय केवल बयानबाजी की, जबकि खन्ना पर उन्हें पूरा भरोसा है।

7. क्या बदलावों से जनता का भरोसा बढ़ेगा?

  • सीजेआई संजीव खन्ना के बदलावों के बाद सुप्रीम कोर्ट में आम जनता और राजनीतिक दलों का विश्वास बढ़ा है।
  • यह बदलाव अदालत की कार्यप्रणाली को अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाने की दिशा में कदम है।

निष्कर्ष: सीजेआई संजीव खन्ना का सीजेआई बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट में हुए बदलाव अदालत की कार्यप्रणाली को सुधारने के प्रयास के रूप में देखे जा रहे हैं। चंद्रचूड़ के फैसलों के पलटने से यह भी प्रतीत होता है कि सुप्रीम कोर्ट में पारदर्शिता और त्वरित न्याय व्यवस्था की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।


संबंधित लेख:


Pleas Shere Your Freindes and Faimly
Scroll to Top